ब्रोंकिएक्टेसिस (फेफड़ों में वायुमार्ग की बीमारी) क्या है और इसके लक्षण क्या है?

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ब्रोंकिएक्टेसिस का परिचय
ब्रोंकिएक्टेसिस क्या है? यह जानने से पहले हमें फेफड़ों की सामान्य संरचना को समझना होगा।
हमारे फेफड़ों में श्वासनली से शुरू होकर विभिन्न प्रकार की वायु नलिकाएँ होती हैं। श्वासनली के बाद उसके दो विभाजन या डिवीजन, फिर उसके लोबर डिवीजन, और हर लोबर डिवीजन के सेगमेंटल डिवीजन, फिर उसके सब सेगमेंटल डिवीजन से अंतिम रूप में कई छोटे-छोटे डिवीजन होते हैं। इन छोटे-छोटे डिवीजनों को हम ब्रांकिओल्स कहते हैं, जो जाकर कर एल्वियोलाई यानी की फेफड़ों की अंतिम यूनिट जिसमें ऑक्सीजन का आदान-प्रदान होता है, में समाप्त होती हैं। इस तरह से हमारे फेफड़ों की संरचना होती है।
ब्रोंकिएक्टेसिस क्या है?
डॉ. अरविंद कुमार के अनुसार, कभी-कभी कुछ बीमारियों में जो यह श्वासनली के हिस्से हैं जिनसे हवा जा रही है, उनमें नुकसान हो जाता है। वे क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और उनकी जो सामान्य संरचना होती है वह खराब हो जाती है। वें जगह-जगह चोड़ीं हो सकती हैं, जिससे उस स्थान पर डिस्ट्रक्शन हो जाता है, इससे फेफड़े के उस भाग में क्षति हो जाती है, जो बाद में समस्या उत्पन्न करता है।
ब्रोंकिएक्टेसिस एक ऐसी ही स्थिति है जिसमें हमारी हवा ले जाने वाली नलिकाओं में स्थायी क्षति हो जाती है, जिसकी वजह से वो फेफड़े का वह भाग खराब हो जाता है।
शरीर में यह कहाँ हो सकता है?
ब्रोंकिएक्टेसिस एक छोटी सी जगह यानी कि सेगमेंट में सीमित हो सकता है। यह एक लोब को प्रभावित कर सकता है। यह पूरे फेफड़े को शामिल कर सकता है या दोनों तरफ के फेफड़ों के एक या कई लोब्स या दोनों फेफड़ों के सारे लोब्स को भी प्रभावित कर सकता है। यानी छोटे से स्थान से लेकर के दोनों तरफ के सारे फेफड़ों में फैलने तक का पूरा स्पेक्ट्रम ब्रोंकिएक्टेसिस में देखने को मिल सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
ब्रोंकिएक्टेसिस क्या है?
ब्रोंकिएक्टेसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें फेफड़ों की वायु नलिकाएँ स्थायी रूप से चौड़ी और क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे उस क्षेत्र का फेफड़ा खराब हो जाता है।
ब्रोंकिएक्टेसिस कितने क्षेत्र में फैल सकता है?
ब्रोंकिएक्टेसिस एक छोटे से हिस्से से लेकर दोनों फेफड़ों के सभी लोब्स तक फैल सकता है। इसकी गंभीरता हल्की से लेकर गंभीर तक हो सकती है, विशेष रूप से बार-बार संक्रमण होने पर।
फेफड़ों की संरचना कैसी होती है?
फेफड़ों में श्वासनली से शुरू होकर, उसके डिवीजन, लोबर डिवीजन, सेगमेंटल डिवीजन, सब सेगमेंटल डिवीजन और फिर ब्रोंकायोल्स होते हैं, जो अंततः एल्वियोलाई में समाप्त होते हैं, जहां ऑक्सीजन का आदान-प्रदान होता है।
ब्रोंकिएक्टेसिस से क्या होता है?
इस स्थिति में वायु नलिकाओं में स्थायी क्षति होती है, जिससे फेफड़ों का वह क्षेत्र स्थायी रूप से खराब हो जाता है और यह विभिन्न समस्याएं पैदा कर सकता है।
क्या ब्रोंकिएक्टेसिस पूरे फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है?
हां, ब्रोंकिएक्टेसिस एक छोटे से क्षेत्र से लेकर फेफड़ों के सभी हिस्सों तक को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, यह आमतौर पर कुछ हिस्सों तक सीमित रहता है, लेकिन गंभीर मामलों में दोनों फेफड़ों में फैल सकता है।
This blog has been converted from the Youtube video- What is Bronchiectasis (in the Lungs)? | Dr. Arvind Kumar | Medanta