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नाक में गाँठ या पॉलीप: इसके लक्षण, कारण और घरेलू उपचार

नाक में गाँठ या पॉलीप: इसके लक्षण, कारण और घरेलू उपचार

नाक की कैविटी के अंदर छोटे दर्द रहित नोन-कैंसरयुक्त वृद्धि कभी-कभी आपके नींद के पैटर्न पर असर डाल कर आपको परेशान कर सकती हैं। कभी-कभी जलन पैदा करने वाले पदार्थों (जैसे धूल, धुआँ, ठंड, एलर्जी की गंध) के कारण इन वृद्धियों में सूजन आ सकती है और ये नाक के रास्ते में भी सूजन उत्पन्न कर सकती है, जिससे कभी-कभी नाक के मार्ग और साइनस अवरुद्ध हो सकते हैं। 

 

नेज़ल पॉलिप्स होने का ख़तरा किन व्यक्तियों में अधिक होता है?

 

नाक के अंदर गांठ (नेज़ल पॉलिप) आमतौर पर जलन या सूजन संबंधी स्थितियों के दीर्घकालिक संपर्क में रहने से विकसित होती है और आमतौर पर 30 या 40 की उम्र के व्यक्तियों को प्रभावित करती है। सामान्यतः ये नाक के दोनों तरफ हो सकती हैं। सिर्फ एक तरफ़ विकसित होने वाले नेज़ल पॉलिप को तुरंत चिकित्सीय ध्यान की आवश्यकता होती है क्योंकि यह कैंसर हो सकती है।

 

इसके कारण हो सकते हैं:

  • दमा (asthma)
  • एलर्जिक राइनाइटिस, जिसे हे फीवर भी कहते हैं 
  • क्रॉनिक साइनसाइटिस
  • सिस्टिक फाइब्रोसिस
  • बार-बार होने वाले संक्रमण
  • डेविएटेड नेज़ल सेप्टम (डीएनएस) के कारण नाक के बंद होने के कारण
  • एस्पिरिन संवेदनशीलता
  • विटामिन डी की कमी
  • ऊँची मात्रा में आईजीई स्तर

 

नेज़ल पॉलिप्स के लक्षण क्या होते हैं?

 

सामान्यतः छोटे पॉलीप अनदेखे रह जाते हैं क्योंकि आमतौर पर उनके कोई लक्षण नहीं होते हैं। लेकिन जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं, वे कई जटिलताओं का कारण बन सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • बहती नाक
  • लगातार नाक में भारीपन महसूस होना 
  • जुखाम का गले के पीछे रिसाव
  • सूंघने में समस्याएँ
  • स्वाद की समस्याएँ
  • सिरदर्द, कान में भराव और दर्द होना 
  • चेहरे में दर्द महसूस होना 
  • दांतों में दर्द (मुख्यतः ऊपरी दांतों में) 
  • खर्राटे और नींद की समस्याएँ
  • नाक से खून आना (नकसीर)- कैंसरीय वृद्धि का एक चेतावनी संकेत

 

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?

 

अगर आपके लक्षण आपको अधिक परेशानी पहुँचा रहे हैं या आपके दैनिक क्रियाकलापों पर असर डाल रहे हैं तो आप अपने डॉक्टर से उपयुक्त सलाह ले कर अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त सकते हैं। इसके अलावा, अगर सूजन के लक्षण दस दिन से अधिक समय तक बने रहते हैं, तब भी आपको विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए। आपको तुरंत चिकित्सीय सहायता प्राप्त करनी चाहिए अगर आपको निम्न में से कोई गंभीर लक्षण महसूस हो रहें हों:

  • गंभीर साँस की समस्या जैसे साँस लेने में दिक़्क़त आना 
  •  बुखार के साथ तेज़ी से बढ़ते हुए लक्षण महसूस होना 
  • देखने की क्षमता में समस्याएँ और आँखों की गतिविधियों में दर्द अनुभव होना 
  • आँखों के चारों ओर सूजन आना 
  • सिर में तेज दर्द और सिर को झुकाने में तकलीफ़ होना 
  • बार-बार नकसीर आना 

 

नेज़ल पॉलिप्स की जटिलताएँ: 

 

नाक में उपस्थित ये पॉलीप सूजन के कारण सामान्य हवा के प्रवाह और तरल पदार्थों के निकास को अवरुद्ध कर सकते हैं, जिससे कई प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं;

  • ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया (ओएसए)
  • बार-बार अस्थमा होना 
  • साइनस का संक्रमण 

 

नेज़ल पॉलिप्स का निदान कैसे किया जाता है?

 

पॉलीप का निदान करने के लिए आपके डॉक्टर आपके स्वास्थ्य इतिहास और एलर्जी, दमा आदि के बारे में पूछ सकते हैं। इसके बाद, वे एक छोटे सूक्ष्म, लचीली ट्यूब, जिसमें एक छोटा सा कैमरा जुड़ा होता है (जिसे नेज़ल एंडोस्कोप कहते हैं), की सहायता से आपके नाक के अंदर की स्थिति को बारीकी से देखते हैं। कभी-कभी, डॉक्टर नाक की कैविटी और साइनस का सीटी स्कैन करवाने की सलाह भी देते हैं।

 

नेज़ल पॉलिप्स का उपचार कैसे किया जाता है?

 

पॉलीप की स्थिति और उपचार की आवश्यकता के आधार पर, आपका डॉक्टर कुछ मामलों में निम्नलिखित सुझाव दे सकता है:

  • स्टेरॉयड युक्त नेज़ल स्प्रे, इसके बहुत कम शारीरिक दुष्परिणाम होते हैं
  • मुँह द्वारा दिये जाने वाले स्टेरॉयड (कृपया इस बात को ध्यान में रखे कि यदि आपके डॉक्टर की सटीक सलाह का पालन किए बिना स्टेरॉयड का सेवन किया जाए तो यह आपके स्वास्थ्य पर गंभीर नकारात्मक असर पहुंचा सकता है, इसके साथ यह भी सुनिश्चित करें कि जैसे ही आपका डॉक्टर आपको इसकी खुराक बंद करने की सलाह दे, आप इन दवाइयों का सेवन तुरंत बंद कर दें)
  • पॉलिप्स के कारण पूरी तरह से बंद हुए साइनस के लिये एंडोस्कोपिक साइनस सर्जरी (FESS), इस प्रक्रिया में पॉलीप को हटाकर साइनस को चौड़ा किया जाता है। ऑपरेशन के बाद नेज़ल स्टेरॉयड स्प्रे आवश्यक होता है।

 

घर पर नेज़ल पॉलिप्स को कैसे मैनेज करें?

 

मैनेज करने का सबसे अच्छा तरीका है बचाव करना, जिसमें शामिल हैं:

  • अपने अस्थमा और एलर्जी को नियंत्रित रखना 
  • अपनी साँस में हवा में उपस्थित उत्तेजकों को लेने से बचना
  • अच्छी स्वास्थय आदतों का अभ्यास करना 
  • एक ह्यूमिडिफायर उपयोग करना और भाप लेना
  • सेलाइन सोल्यूशन द्वारा नाक को साफ़ करना 

 

अन्य बचाव उपाय में निम्नलिखित मुख्य हैं:

  • खूब पानी पियें 
  • स्टीम इन्हेलर और ह्यूमिडिफ़ायर का उपयोग करें 
  • सोते समय अपना सिर ऊपर रखें 
  • सूजन रोधी प्राकृतिक पदार्थ जैसे टी ट्री (tea tree) या नीलगिरी का तेल, हल्दी, अनानास ब्रोमेलैन आदि का सेवन करें 

 

This blog is a Hindi version of an English-written Blog - Nasal Polyps: Symptoms, Causes, and Home Remedies

 

Dr. Jitendra Kumar Singh
ENT (Ear,Nose,Throat)
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