डायबिटीज के रोगी कैसे रखें खुद को दिल की बीमारी से दूर
आजकल डायबिटीज की बीमारी हमारे देश में एक आम बीमारी हो गई है. लगभग हर उम्र के इंसान में यह बीमारी देखी जा सकती है. रिपोर्ट की मानें तो चीन के बाद भारत में सबसे ज्यादा डायबिटीज के मरीज देखने को मिल रहे हैं.
डायबिटीज की बीमारी आपकी डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़ी हुई एक बीमारी है. इस बीमारी में पैंक्रियास में बनने वाला एक हार्मोन इंसुलिन बनना बंद हो जाता है या फिर आपका शरीर अच्छी तरह से इंसुलिन का इस्तेमाल नहीं कर पाता है. ऐसे में शरीर ब्लड ग्लूकोस का अच्छे से इस्तेमाल नहीं कर पाता है जो शरीर में शर्करा यानी कि शुगर की मात्रा को बढ़ा देता है.
बहुत से मामलों में डायबिटीज की बीमारी अनुवांशिक भी होती है. डायबिटीज को अपनी डाइट में बदलाव करके व चिकित्सक के द्वारा दी गई दवाईयों का सेवन कर के कंट्रोल में रखा जा सकता है लेकिन अगर आप डायबिटीज को कंट्रोल नहीं करते हैं तो यह आपके शरीर में अन्य प्रकार की बीमारियां पैदा कर सकता है.
डायबिटीज के लक्षण
शरीर में कुछ सामान्य सी चीजों में हुए बदलाव को देखते हुए आप यह निर्धारित कर सकते हैं कि आप को डायबिटीज है या नहीं. डायबिटीज के कुछ लक्षण इस प्रकार से हैं;
- सामान्य से ज्यादा भूख लगना
- बार-बार प्यास लगना और डिहाइड्रेटेड महसूस करना
- वजन में अचानक से कमी आना
- जल्दी-जल्दी पेशाब आना
- नजर में कमजोरी आना या धुंधला दिखाई देना
- बहुत ज्यादा थकावट होना
- पैरों आदि पर छाले पड़ना और कोई भी घाव होने पर ठीक न होना
- गुप्तांगों में संक्रमण होना
दिल पर भारी पड़ सकती है डायबिटीज की बीमारी
डायबिटीज और दिल की बीमारी के बीच में बहुत ही गहरा संबंध है. दोनों ही बीमारियों से शरीर में ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल और मोटापे की समस्या हो जाती है जो आगे चलकर दिल की बीमारी का एक बड़ा कारण बनता है.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिसीज (National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Diseases) की माने तो दिल की बीमारी और हार्टअटैक डायबिटीज वाले लोगों में मौत होने की अहम वजह है.अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज है तो उसके दिल की बीमारी से मरने की संभावना बाकी लोगों के मुकाबले 2 से 4 गुना ज्यादा बढ़ जाती है.
डायबिटीज और दिल की बीमारी में क्या संबंध है?
जिन लोगों में डायबिटीज की बीमारी बढ़ जाती है उनके खून में बनने वाला हाई शुगर लेवल दिल के ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है. धीरे-धीरे खून बाकी शरीर के हिस्सों में पहुंचना बंद हो जाता है जिससे हृदय में ब्लड फ्लो रुकने की संभावना बन जाती हैं. इसका मतलब है कि हार्ट को ब्लड पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इस तरह अनकंट्रोल्ड डायबिटीज वाले व्यक्ति को हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.डायबिटीज के मरीजों में दिल की बीमारी से जुड़े हुए कई जोखिम देखे जाते हैं जैसे कि;
- हाई ब्लड प्रेशर- अगर मेडिकल एक्सपर्ट्स की माने तो हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज दोनों से पीड़ित व्यक्ति को दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है.
- अनहेल्दी कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड लेवल - इससे ब्लड वेसल्स में रुकावट पैदा हो जाती है और साथ ही शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है.
- बीएमआई 30 से ज्यादा - अगर आपका वजन ज्यादा है तो आपको दिल की बीमारी होने की संभावना भी बढ़ जाती है.ऐसे में अगर आप अपना वजन कम रखते हैं तो दिल से जुड़ी हुई बीमारियां कम होने की आशंका है.
दिल की बीमारी के लक्षण
अगर आपकी डायबिटीज आपके दिल की हेल्थ पर असर डाल रही है तो आप नीचे दिए गए कुछ लक्षण देखते हुए इस बात का पता लगा सकते हैं. दिल की बीमारी के कुछ लक्षण इस तरह से हैं;
- सीने में दर्द रहना और बेचैनी का अनुभव होना
- थोड़ा सा कार्य करने पर भी थकान महसूस होना और खाना अच्छी तरह से ना पचना
- बार-बार शरीर के बाएं हिस्से में दर्द महसूस होना
- थोड़ा सा काम करने पर सांस फूलना
- गले और जबड़े में दर्द रहना
- सोते समय बहुत अधिक खराटे लेना
- जरा सा काम करते ही पैर और टखनों में भारी सूजन आ जाना
- दिल की धड़कन समय-समय पर अनियमित हो जाना
डायबिटीज की बीमारी में इन बातों का रखें खास ख्याल
डायबिटीज की बीमारी से दिल के साथ-साथ किडनी आदि पर भी काफी बुरा असर पड़ता है ऐसे में डायबिटीज की बीमारी होने पर आपको अपनी लाइफ स्टाइल में कुछ छोटे-छोटे बदलाव करने की जरूरत है जिससे आप इन सब समस्याओं से दूर रह सकते हैं;
- किसी भी तरह की शुगर, गुड, शेहद, शक्कर, बुरा खाने से परहेज करें.
- अपनी जीवनशैली में कम से कम आधे घंटे का व्यायाम जरूर जोड़ें.
- अपने आहार में ज्यादा refined कार्बोहाइड्रेट का इस्तेमाल ना करें.
- अगर आप में धूम्रपान या फिर अन्य किसी नशे की आदत है तो उसे तुरंत छोड़ने की कोशिश करें.
- अगर आपके परिवार में पहले से डायबिटीज की बीमारी किसी को है तो समय समय पर अपना चेकअप जरूर करवाते रहें.
- घर पर ही शुगर चेक करने की किट लाकर अपनी शुगर को नियमित तौर पर चेक करते रहे.
डायबिटीज की बीमारी के लिए आहार
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि डायबिटीज की बीमारी आजकल बेहद आम हो गई हैं. ऐसे में आप अपने आहार में कुछ अच्छे बदलाव करते हुए इस बीमारी के साथ एक सामान्य जीवन जी सकते हैं.
- डायबिटीज की बीमारी में जितना ज्यादा हो सके फाइबर से भरपूर खाना खाने की कोशिश करें जैसे- मल्टीग्रेन रोटी, ओट्स आदि. यह शरीर में इंसुलिन के इस्तेमाल को बढ़ाने में मदद करते हैं.
- जितना ज्यादा हो सके गेहूं और चने के आटे को मिलाकर रोटियां बनाएं और आटे में से होकर को निकालकर अलग ना करें.
- सब्जियों में करेला, मेथी, सहजन, पालक, तुरई, शलगम, बैंगन, टिंडा, चौलाई, परवल, लौकी, मूली, फूलगोभी, बोकली, टमाटर, बंदगोभी, सोयाबीन की बड़ी, काला चना, बीन्स, शिमला मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियाँ आहार में शामिल करें. आप चाहें तो इन से बने हुए सूप आदि भी पी सकते हैं.
- डायबिटीज की बीमारी में कमजोरी आना बेहद सामान्य सी बात है ऐसे में इसे दूर करने के लिए आप कच्चा नारियल, अखरोट, मूंगफली के दाने, इसबगोल, सोयाबीन, दही और छाछ आदि का सेवन करें.
- जितना ज्यादा हो सके ग्रीन टी का सेवन करें क्योंकि ग्रीन टी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट आपको स्वस्थ रखते हैं.
- Alcohol व Smoking ना करे