गुर्दे की पथरी कितनी आम है?
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भारत में, गुर्दे की पथरी दूसरी सबसे आम मूत्र संबंधी समस्या है, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करती है। यह अनुमान लगाया गया है कि 10 में से 1 व्यक्ति अपने जीवनकाल में किसी न किसी समय गुर्दे की पथरी का अनुभव करता है।
गुर्दे की पथरी क्या है?
मूत्र में पाये जाने वाले खनिज और लवण, पेशाब के गाढ़े होने की स्थिति में आपस में चिपक जाते हैं. और क्रिस्टल का आकार ले लेते हैं, जो गुर्दे की पथरी बनने का कारण बनते हैं। जब ये क्रिस्टल बड़े हो जाते हैं, तो वे गुर्दे और मूत्रवाहिनी में फंस सकते हैं और तेज दर्द और अन्य लक्षण पैदा कर सकते हैं। गुर्दे की पथरी का आकार विभिन्न हो सकता है। ये आमतौर पर बहुत छोटे होते हैं, जैसे कि एक रेत के दाने के आकार के या उससे भी छोटे, लेकिन कभी-कभी वे बड़े भी हो सकते हैं, जैसे कि एक बिलियर्ड की गेंद के आकार के।
लक्षण
गुर्दे की पथरी के सबसे आम लक्षण निम्नलिखित हैं:
पेट के निचले हिस्से, किनारों या पीठ में तेज, तीखा दर्द; यह दर्द अक्सर लहरों में आता है और पैरों में फैल सकता है।
पेशाब करते समय जलन या दर्द और रक्त भी दिख सकता है।
बार-बार कम मात्रा में पेशाब आना
पेट में ऐंठन
कारण
गुर्दे की पथरी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
पर्याप्त पानी न पीना: जब आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो आपके मूत्र में खनिज और लवण अधिक गाढ़े हो जाते हैं, जिससे पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
आहार: उच्च ऑक्सालेट, कैल्शियम या फॉस्फोरस वाले खाद्य पदार्थ खाने से गुर्दे की पथरी बनने का खतरा बढ़ सकता है।
कुछ चिकित्सा स्थितियां: कुछ चिकित्सा स्थितियां, जैसे कि मोटापा, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और गाउट, गुर्दे की पथरी के खतरे को बढ़ा सकती हैं।
दवाएँ: कुछ दवाएँ, जैसे कि डाययूरेटिक दवाएँ, गुर्दे की पथरी के खतरे को बढ़ा सकती हैं।
प्रकार
गुर्दे की पथरी को कई प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:
कैल्शियम ऑक्सालेट पथरी: ये सबसे आम प्रकार की पथरी हैं।
यूरिक एसिड पथरी: ये आमतौर पर गाउट वाले लोगों में बनते हैं।
स्ट्रुवाइट पथरी: ये आमतौर पर मूत्र संक्रमण वाले लोगों में बनते हैं।
सिस्टीन पथरी: ये एक आनुवंशिक विकार के कारण बनते हैं।
निदान
गुर्दे की पथरी का निदान आमतौर पर निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:
चिकित्सा इतिहास और शारीरिक परीक्षण: डॉक्टर आपके चिकित्सा इतिहास और लक्षणों के बारे में पूछेंगे और आपकी शारीरिक जांच करेंगे।
मूत्र परीक्षण: मूत्र परीक्षण में रक्त, क्रिस्टल या अन्य लक्षणों की उपस्थिति का पता लगाया जा सकता है जो गुर्दे की पथरी का संकेत दे सकते हैं।
इमेजिंग परीक्षण: एक्स-रे, सीटी स्कैन या अल्ट्रासाउंड मूत्र पथ में पथरी का पता लगाने में मदद कर सकते हैं।
इलाज
गुर्दे की पथरी के उपचार का मुख्य लक्ष्य दर्द से राहत पाना और पथरी को शरीर से बाहर निकालना है। इनमें शामिल हैं:
दर्द निवारक: डॉक्टर दर्द और सूजन को कम करने के लिए दवाएँ लिख सकते हैं।
अल्फा ब्लॉकर्स: ये दवाएँ मूत्रवाहिनी को रिलैक्स करती हैं, जिससे पथरी को आसानी से गुजरने में मदद मिलती है।
ईएसडब्ल्यूएल (एक्स्ट्राकोर्पोरियल शॉक वेव लिथोट्रिप्सी): यह एक नोन-इनवेसिव प्रक्रिया है जो ध्वनि तरंगों का उपयोग करके पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ देती है ताकि उन्हें मूत्र के माध्यम से आसानी से पारित किया जा सके।
यूरेटरोस्कोपी: इस प्रक्रिया में, मूत्रमार्ग और मूत्रवाहिनी में एक पतली, लचीली ट्यूब, जिसके सिरे पर एक लाइट लगी होती है, डाली जाती है। डॉक्टर ट्यूब के माध्यम से लेजर या अन्य उपकरणों का उपयोग करके पथरी को तोड़ सकते हैं या निकाल सकते हैं।
नेफ्रोलिथोटॉमी: यह एक सर्जिकल प्रक्रिया है जो आमतौर पर जटिल या बड़ी पथरी के लिए उपयोगी होती है। सर्जन पेट या पीठ के माध्यम से एक चीरा लगाकर गुर्दे तक पहुंचते हैं, और पथरी को हटा देते हैं।
मुझे लगता है मेरे पथरी है, मुझे क्या करना चाहिए?
यदि आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी हो सकती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। वे आपकी स्थिति का सही निदान करने के लिए आवश्यक टेस्ट और जांच कराने का सुझाव देंगे। जल्द से जल्द उपचार प्राप्त करना महत्वपूर्ण है ताकि जटिलताओं को रोका जा सके। अतः अपने सभी लक्षणों और समस्याओं को सही से बताएं।
डॉक्टर पथरी की जाँच क्यों करते हैं?
डॉक्टर पथरी की सामग्री की जांच यह निर्धारित करने के लिए करते हैं कि किस प्रकार की पथरी है। इससे उन्हें भविष्य में पथरी बनने के जोखिम को कम करने के लिए आपके उपचार और आहार योजना को निर्धारित करने में मदद मिलती है।
जटिलताएँ
यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो गुर्दे की पथरी कई जटिलताओं का कारण बन सकती है, जिनमें शामिल हैं:
मूत्र संक्रमण: पथरी से मूत्र संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
मूत्र मार्ग अवरोध: बड़ी पथरी या उसका आकार, मूत्रमार्ग को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे मूत्र निकलने में परेशानी होती है।
गुर्दे की क्षति: यदि पथरी लंबे समय तक रुकावट का कारण बनती है, तो यह गुर्दे को नुक़सान पहुँचा सकती है।
किडनी फेलियर: गंभीर मामलों में, गुर्दे की पथरी किडनी फेलियर का कारण बन सकती है।
रोकथाम
गुर्दे की पथरी को हमेशा रोका नहीं जा सकता, लेकिन आप अपने जोखिम को कम करने के लिए कई चीजें कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
पर्याप्त तरल पदार्थ पिएं: हर रोज पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से मूत्र का संचय कम हो जाता है और खनिजों और लवणों को अधिक पतला रखता है।
अपने आहार का ध्यान रखें: यदि आपको बताया गया है कि आपके एक निश्चित प्रकार की पथरी है, तो आप उस प्रकार की पथरी बनाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपको कैल्शियम ऑक्सालेट पथरी है, तो आपको ऑक्सालेट युक्त खाद्य पदार्थों, जैसे पालक और चुकंदर का सेवन कम करना पड़ सकता है।
नियमित व्यायाम करें: नियमित व्यायाम वजन कम करने और मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करता है, जो गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम कर सकता है।
नमक का सेवन कम करें: अधिक नमक का सेवन मूत्र में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ा सकता है, जिससे गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ जाता है।
क्या बच्चों को गुर्दे की पथरी हो सकती है?
हाँ, बच्चों को भी गुर्दे की पथरी हो सकती है, हालांकि यह वयस्कों की तुलना में कम आम है। बच्चों में गुर्दे की पथरी के कारण वयस्कों से भिन्न हो सकते हैं। जिसमें कम पानी पीना, अधिक अम्लीय खाद्य पदार्थों का सेवन, किडनी की संरचनात्मक असामान्यताएं मुख्य हैं।
निष्कर्ष
गुर्दे की पथरी से असहनीय दर्द हो सकता है, लेकिन आमतौर पर उपचार योग्य होती है। यदि आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी हो सकती है, तो जल्दी से डॉक्टर से संपर्क करें। जल्द से जल्द निदान और उपचार से आप स्वस्थ रह सकते हैं और भविष्य की जटिलताओं को रोक सकते हैं।