आवाज़ में बदलाव: क्या यह गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है?
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क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी आवाज़ में आया बदलाव किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है? मेदांता गुरुग्राम के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. के.के. हांडा इस विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं। आइए जानें कि आवाज़ में बदलाव के पीछे क्या कारण हो सकते हैं और इसे कब गंभीरता से लेना चाहिए।
आवाज़ खराब होने के कारण और लक्षण
डॉ. हांडा बताते हैं कि किसी भी मरीज की आवाज़ में बदलाव किसी गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकता है। यह बदलाव कई कारणों से हो सकता है:
अत्यधिक आवाज़ का उपयोग: लगातार या जोर से बोलने से स्वरयंत्र (वोकल कॉर्ड्स) पर दबाव पड़ता है।
वोकल नोड्यूल्स: आवाज़ के अधिक उपयोग से स्वरयंत्र पर छोटी गांठें बन सकती हैं।
गले का कैंसर: कुछ मामलों में, आवाज़ में बदलाव गले के कैंसर का एक प्रारंभिक लक्षण हो सकता है।
डॉ. हांडा का सुझाव है कि अगर आपकी आवाज़ 7 दिनों से ज्यादा खराब रहती है, तो आपको तुरंत किसी वॉइस स्पेशलिस्ट या ईएनटी विशेषज्ञ से जांच करवानी चाहिए।
गले के कैंसर और आवाज़ में बदलाव का संबंध
गले का कैंसर एक गंभीर स्थिति है जो आवाज़ में बदलाव का कारण बन सकती है। डॉ. हांडा इस संबंध पर प्रकाश डालते हुए कहते हैं:
“कई बार जो आवाज के बॉक्स का कैंसर है, वह भी आवाज़ खराब होने की एक वजह होता है। और अगर कैंसर का जल्दी निदान हो जाता है तो इसे अच्छे तरीके से लेजर के द्वारा निकाला जा सकता है।”
यह जानकारी दर्शाती है कि आवाज़ में लगातार बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। समय पर निदान न केवल उपचार को आसान बनाता है, बल्कि जीवन भी बचा सकता है।
लेजर सर्जरी: आधुनिक उपचार विधि
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने आवाज़ संबंधी समस्याओं के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव आयें हैं। डॉ. हांडा लेजर सर्जरी की प्रभावशीलता पर प्रकाश डालते हैं:
“लेजर सर्जरी आज के समय में वोकल कॉर्ड के किसी भी लीजन को निकालने के लिए बहुत ही सक्षम सर्जरी है। यह बहुत अच्छी टेक्नोलॉजी है जो 100 माइक्रोन तक के प्रिसीजन से लीजन को निकाल देती है।”
उन्होंने आगे बताया कि लेजर सर्जरी के बाद मरीजों में हीलिंग बहुत अच्छी होती है और आवाज़ के परिणाम भी उत्कृष्ट होते हैं।
डॉ. हांडा की महत्वपूर्ण सलाह
“मेरा आप सभी से यही संदेश है कि अगर आपकी आवाज़ एक हफ्ते से ज्यादा खराब है, तो उसे इग्नोर मत कीजिए। अपने गले की जांच कराइए। कई बार थोड़ी सी लापरवाही से एक साधारण बीमारी भयंकर रूप ले सकती है।”
यह सलाह हमें याद दिलाती है कि अपनी आवाज़ की देखभाल करना कितना महत्वपूर्ण है। समय पर चिकित्सकीय सलाह लेने से न केवल आपकी आवाज़ की गुणवत्ता बनी रहेगी, बल्कि यह किसी गंभीर बीमारी को भी रोक सकती है।
याद रखें, आपकी आवाज़ आपकी पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसकी देखभाल करना न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए, बल्कि आपके समग्र जीवन की गुणवत्ता के लिए भी आवश्यक है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आवाज परिवर्तन क्या है?
आवाज परिवर्तन तब होता है जब आवाज की गुणवत्ता, तीव्रता या पिच में बदलाव आता है। यह भारीपन, कर्कशता, कांपने या फुसफुसाहट के रूप में महसूस हो सकता है। इसके कारणों में गला संक्रमण, स्वरयंत्र की समस्याएं या अत्यधिक बोलना शामिल हैं।
आवाज़ में बदलाव के सामान्य कारण क्या हैं?
कई सामान्य कारणों या गंभीर चिकित्सीय बीमारियों के कारण आवाज़ में परिवर्तन हो सकता है, जैसे कि:
तेज़ बोलना
धूम्रपान
स्वरयंत्र में संक्रमण (लैरींजाइटिस)
गले में संक्रमण
एलर्जी
पेट के अम्ल (एसिड) का गले में आना और स्वरयंत्र को नुक़सान पहुँचाना (गैस्ट्रोइसोफ़ेजियल एसिड रिफ्लक्स)
हॉर्मोन्स में परिवर्तन
तनाव
गले का कैंसर
मुझे आवाज़ में बदलाव के बारे में कब चिंतित होना चाहिए?
चिकित्सीय सलाह लें यदि:
दो सप्ताह से अधिक आवाज़ में बदलाव बना रहे।
बोलने में दर्द या गले में जलन महसूस हो।
आवाज़ पूरी तरह से बैठ जाए या बहुत धीमी हो जाए।
गले में गांठ, सूजन या सांस लेने में कठिनाई हो।
This blog has been converted from the Youtube video- आवाज़ में बदलाव के लक्षण क्या है | डॉ. के. के. हांडा - मेदांता गुरुग्राम