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बेबी को पॉटी करने के लिए घरेलू उपाय

बेबी को पॉटी करने के लिए घरेलू उपाय

कब्ज होना क्या है?

कब्ज एक ऐसी स्थिति है जिसमें मल त्याग कठिन या कम बार होता है। यह बच्चों में एक आम समस्या है, खासकर जब वे ठोस भोजन शुरू करते हैं या टॉयलेट ट्रेनिंग शुरू करते हैं। बच्चों में कब्ज के अधिकांश मामले अस्थायी होते हैं।


बच्चों में कब्ज के क्या कारण है? 

  • आहार में बदलाव: जब बच्चे ठोस भोजन शुरू करते हैं, तो उनका पाचन तंत्र अभी भी इन नए खाद्य पदार्थों को संसाधित करने के लिए अनुकूलित हो रहा होता है। इससे कब्ज हो सकती है।
  • पर्याप्त तरल पदार्थ न पीना: यदि बच्चा पर्याप्त पानी और अन्य तरल पेय नहीं पीता है, तो मल सूख सकता है और कठोर हो सकता है, जिससे कब्ज हो सकती है।
  • टॉयलेट ट्रेनिंग: जब बच्चे टॉयलेट ट्रेनिंग शुरू करते हैं, तो वे कभी-कभी शौचालय का उपयोग करने से डरते हैं या इसके लिए बहाने बनाते हैं, जिससे कब्ज हो सकती है।
  • गाय के दूध से एलर्जी: गाय के दूध से एलर्जी या बहुत अधिक डेयरी उत्पादों का सेवन करने से कभी-कभी कब्ज हो जाता है।
  • अन्य चिकित्सा स्थितियां: कुछ चिकित्सा स्थितियां, जैसे कि हाइपोथायरायडिज्म और सीलिएक रोग, भी कब्ज का कारण बन सकती हैं।


बच्चों में कब्ज के प्रकार

  • फंक्शनल कब्ज: यह सबसे आम प्रकार का कब्ज है और इसका कोई अंतर्निहित चिकित्सा कारण नहीं है। अधिकतर बच्चों द्वारा पॉटी को रोकना इसका मुख्य कारण होता है।
  • आर्गेनिक कब्ज: यह कब्ज किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति, जैसे कि सीलिएक रोग या हाइपोथायरायडिज्म के कारण होता है।
  • रोगजनक कब्ज: यह कब्ज पेट के संक्रमण या अन्य बीमारी के कारण होता है।


छोटे बच्चों में कब्ज के लक्षण

  • कम बार मल त्याग: 3 दिनों से अधिक समय तक मल त्याग न होना
  • सूखा, कठोर या गांठदार मल
  • पेट में दर्द या ऐंठन
  • पेट फूलना
  • भूख न लगना
  • उल्टी
  • गुदा में दर्द या जलन
  • शौचालय का उपयोग करने से बचना 

बच्चे को कब्ज से छुटकारा दिलाएँगे ये तरीके

व्यायाम 

  • पेट की मालिश: अपने बच्चे के पेट को धीरे से मालिश करने से पाचन तंत्र को उत्तेजित करने और मल त्याग को आसान बनाने में मदद मिल सकती है।
  • पैरों को साइकिल चलाना: अपने बच्चे को उसकी पीठ पर लिटाएं और उसके पैरों को धीरे से साइकिल चलाने की गति में घुमाएं।

​सेब का रस

  • सेब का रस एक प्राकृतिक रेचक के रूप में काम करता है और कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। आप अपने बच्चे को दिन में एक बार 1-2 औंस सेब का रस दे सकते हैं।

​गर्म पानी से नहलाना

  • गर्म पानी से नहाना आपके बच्चे की मांसपेशियों को आराम दे सकता है और मल त्याग को आसान बना सकता है।

​ऑर्गेनिक नारियल तेल

  • नारियल तेल एक प्राकृतिक रेचक के रूप में काम करता है और कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। आप अपने बच्चे के पेट पर थोड़ा नारियल तेल लगाकर मालिश कर सकते हैं या उसे दिन में एक बार 1-2 चम्मच नारियल तेल दे सकते हैं।

टमाटर

  • टमाटर में फाइबर होता है जो मल को नरम करने और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। आप अपने बच्चे को टमाटर का सूप, प्यूरी या टुकड़े दे सकते हैं।

सौंफ़

  • सौंफ़ में एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं जो पेट की ऐंठन को कम करने और मल त्याग को आसान बनाने में मदद कर सकते हैं। आप अपने बच्चे को थोड़ी सी सौंफ़ उबालकर या चाय में मिलाकर दे सकते हैं। हालांकि, ध्यान दें कि 6 महीने से कम उम्र के बच्चों को सौंफ़ देने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

पपीता

  • पपीता में पपैन नामक एंजाइम होता है जो पाचन में सहायता करता है और कब्ज से राहत दिला सकता है। आप अपने बच्चे को पपीते की प्यूरी या छोटे टुकड़े दे सकते हैं।

तरल पदार्थ

  • पर्याप्त तरल पेय पीना कब्ज को रोकने और उसका इलाज करने में महत्वपूर्ण है। अपने बच्चे को दिन भर में पानी, दूध, या फलों का पतला रस पिलाएं।

मालिश

  • अपने बच्चे के पेट को धीरे से मालिश करने से मल त्याग को आसान बनाने में मदद मिल सकती है। आप जैतून का तेल या नारियल तेल का उपयोग करके मालिश कर सकते हैं। मालिश करते समय गोलाकार गतिविधियों का उपयोग करें और हल्का दबाव बनाएं।

प्‍यूरी वाला खाना

  • यदि आपका बच्चा ठोस आहार खाना शुरू कर रहा है, तो उसे शुरुआत में प्यूरी वाला भोजन खिलाएं। प्यूरी वाला भोजन पाचन में आसान होता है और कब्ज को रोकने में मदद कर सकता है।

अंजीर

  • अंजीर में फाइबर होता है जो मल को नरम करने और मल त्याग को आसान बनाने में मदद करता है। आप रात में एक या दो सूखे अंजीर को दूध में भिगोकर अगली सुबह अपने बच्चे को दे सकते हैं।

हल्दी

  • हल्दी में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पाचन तंत्र में जलन को कम करने और कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। आप अपने बच्चे के भोजन में थोड़ी सी हल्दी पाउडर मिला सकते हैं। 6 महीने से कम उम्र के बच्चों को हल्दी देने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।


इन घरेलू उपायों को आजमाने से पहले ध्यान में रखने योग्य बातें

  • ये उपाय हल्के कब्ज के लिए कारगर हो सकते हैं, लेकिन अगर आपका बच्चा 3 दिनों से अधिक समय से मल त्याग नहीं कर पा रहा है या उसे तेज पेट दर्द, खूनी मल या बुख़ार है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
  • अपने बच्चे को कोई भी नया भोजन या उपाय देने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, खासकर अगर आपका बच्चा 6 महीने से कम उम्र का है।
  • हर बच्चा अलग होता है, इसलिए यह पता लगाने के लिए कि आपके बच्चे के लिए सबसे अच्छा क्या काम करता है, आपको थोड़ा प्रयोग करना पड़ सकता है।

निष्कर्ष

कब्ज बच्चों में एक आम समस्या है, लेकिन आमतौर पर घरेलू उपचारों से इसका इलाज किया जा सकता है। यदि आप उपरोक्त घरेलू उपायों को आजमाते हैं और आपका बच्चा बेहतर महसूस नहीं करता है, तो डॉक्टर से संपर्क करना न भूलें। डॉक्टर यह निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं कि क्या आपके बच्चे के कब्ज का कोई अंतर्निहित कारण है और उचित उपचार योजना सुझा सकते हैं।

Dr. Rajiv Uttam
Paediatric Care
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