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Breast Cancer

स्तन कैंसर का खतरा: क्या स्तन दबाने से बढ़ता है?

स्तन कैंसर महिलाओं में होने वाला एक आम कैंसर है। यह स्तन ग्रंथियों में असामान्य कोशिकाओं के अत्यधिक वृद्धि के कारण होता है। अधिकतर स्तन कैंसर कोशिकाएँ दूध नलिकाओं और/या स्तन के दूध पैदा करने वाले लोबूल के अंदर शुरू होती हैं। यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन 50 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं में इसका खतरा अधिक होता है। यदि ध्यान न दिया जाए तो ट्यूमर पूरे शरीर में फैल सकता है और घातक हो सकता है।


स्तन कैंसर क्या होता है?

स्तन कैंसर स्तन ग्रंथियों में असामान्य कोशिकाओं के अत्यधिक वृद्धि के कारण होता है। ये कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं और ट्यूमर बनाती हैं। ट्यूमर स्तन के किसी भी भाग में उत्पन्न हो सकता है, त्वचा, निप्पल या एरिओला (निप्पल के आसपास का गहरा क्षेत्र) सहित। यह महिलाओं और पुरुषों दोनों में हो सकता है, परंतु महिलाओं में इसका प्रसार तुलनात्मक रूप से अधिक होता है।


स्तन कैंसर के लक्षण क्या हैं?

स्तन कैंसर के शुरुआती चरणों में अक्सर कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं:

स्तन में गांठ: यह स्तन कैंसर का सबसे आम लक्षण है। गांठ कठोर या मुलायम हो सकती है और यह स्तन के किसी भी भाग में हो सकती है।

त्वचा में बदलाव: स्तन की त्वचा गड्ढेदार, सिकुड़ी हुई, पपड़ीदार या सूजी हुई दिख सकती है। यह आपके स्तन के अन्य हिस्सों की तुलना में लाल, बैंगनी या गहरे रंग की दिख सकती है।

निप्पल से स्राव: निप्पल से स्पष्ट, पीले, हरे या खून के रंग का स्राव हो सकता है।

निप्पल में बदलाव: निप्पल अंदर की ओर मुड़ सकता है या उसका आकार और त्वचा बदल सकती है।

स्तन में दर्द: स्तन में दर्द या दबाव महसूस हो सकता है।

बगल में गांठें: बगल में मौजूद लिम्फ नोड्स में सूजन या गांठें हो सकती हैं।


क्या स्तन दबाने से कैंसर का खतरा बढ़ता है?

नहीं, स्तन दबाने से स्तन कैंसर का खतरा नही बढ़ता है। यह एक मिथक है। स्तन कैंसर असामान्य कोशिकाओं के अत्यधिक वृद्धि के कारण होता है, न कि बाहरी दबाव के कारण। नियमित रूप से अपने स्तनों की जांच करना और किसी भी गांठ या अन्य असामान्यताओं को नोट करना महत्वपूर्ण है। यदि आपको कोई असामान्यता महसूस होती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।


स्तन कैंसर के संभावित कारण क्या हैं?

स्तन कैंसर के कई संभावित कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • उम्र: स्तन कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है, विशेषतः 50 वर्ष और उससे अधिक उम्र की महिलाओं में।  
  • पारिवारिक इतिहास: यदि आपके परिवार में स्तन कैंसर का इतिहास है, तो आपमें भी इसका खतरा अधिक होता है।
  • आनुवंशिक उत्परिवर्तन: BRCA1 और BRCA2 जीन में म्युटेशन स्तन कैंसर के खतरे को काफी बढ़ा देते हैं।
  • घने स्तन: घने स्तन में वसा कम और स्तन ग्रंथि ऊतक अधिक होता है। इससे स्तन कैंसर का पता लगाना मुश्किल हो सकता है और इसका खतरा भी थोड़ा बढ़ सकता है।
  • हार्मोनल कारक: शुरुआती मासिक धर्म, देर से रजोनिवृत्ति, कभी गर्भवती न होना या स्तनपान न कराना स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।
  • जीवनशैली: मोटापा, शराब का सेवन, धूम्रपान और कम शारीरिक गतिविधि स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।


स्तन कैंसर का उपचार 

स्तन कैंसर का उपचार कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि कैंसर का चरण, ट्यूमर का प्रकार, रोगी की उम्र और समग्र स्वास्थ्य। उपचार के विकल्पों में शामिल हैं:

  • सर्जरी: स्तन कैंसर के लिए सबसे आम उपचार सर्जरी है। इसमें ट्यूमर और आसपास के कुछ स्वस्थ ऊतकों को हटाना शामिल है। स्तन कैंसर सर्जरी में शामिल हैं:
  1. मास्टेक्टॉमी
  2. लम्पेक्टोमी
  3. ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन 
  • कीमोथेरेपी: कीमोथेरेपी दवाओं का उपयोग पूरे शरीर में कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए किया जाता है। स्तन कैंसर के लिए कीमोथेरेपी का उपयोग अक्सर सर्जरी के बाद किया जाता है। यह बची हुई किसी भी कैंसर कोशिका को मारता है और कैंसर के वापस आने के खतरे को कम करता है।
  • रेडिएशन थेरेपी: रेडिएशन थेरेपी का उपयोग उच्च ऊर्जा किरणों से कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए किया जाता है। स्तन कैंसर के उपचार के लिए, रेडिएशन अक्सर बाहरी किरण विकिरण (external beam radiation) होती है। है। इस प्रकार की रेडिएशन थेरेपी के दौरान, आप एक मेज पर लेटते हैं जबकि एक मशीन आपके चारों ओर घूमती है।
  • हार्मोन थेरेपी: हार्मोन थेरेपी का उपयोग उन स्तन कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है जो एस्ट्रोजन हार्मोन के प्रति संवेदनशील होते हैं। यह दवाएँ शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर को कम करती हैं या एस्ट्रोजन रिसेप्टर्स को ब्लॉक कर देती हैं।
  • टारगेटेड थेरेपी: टारगेटेड थेरेपी दवाएँ कैंसर कोशिकाओं में विशिष्ट कमजोरियों को लक्षित करती हैं। ये दवाएँ पारंपरिक कीमोथेरेपी की तुलना में कम दुष्प्रभाव पैदा करती हैं।

स्तन कैंसर के उपचार सफलता की दर कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि कैंसर का चरण, उपचार का प्रकार और रोगी का समग्र स्वास्थ्य। सामान्यतः प्रारंभिक चरण में पाए जाने वाले स्तन कैंसर के 90% से अधिक मामलों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है। इसके साथ-साथ क्षेत्रीय लिम्फ नोड्स में फैल चुके कैंसर के 80% से अधिक मामलों का भी सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है।

शरीर के अन्य भागों में फैल चुके कैंसर के लिए उपचार का लक्ष्य रोगी के जीवन की गुणवत्ता में सुधार और जीवनकाल को बढ़ाना होता है।

स्तन कैंसर से बचाव के लिए आप निम्नलिखित कदम उठा सकती हैं:

  • 20 साल की उम्र से ही हर महीने अपने स्तनों की खुद जांच करें
  • 40 साल की उम्र से हर 1-2 साल में मैमोग्राम करवाएं
  • स्वस्थ वजन बनाए रखें
  • शारीरिक रूप से सक्रिय रहें
  • पौष्टिक आहार लें
  • शराब का सेवन सीमित करें या बिल्कुल न करें
  • धूम्रपान न करें

निष्कर्ष

स्तन कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन जल्दी पता लगाने और इलाज करने से इसे ठीक किया जा सकता है। स्तन कैंसर के जोखिम कारकों को समझना और नियमित रूप से अपने स्तनों की जांच करना महत्वपूर्ण है। यदि आपको कोई असामान्यता महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

Dr. Rajeev Agarwal
Cancer Care
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