20s की उम्र में दिल के दौरे को होने से रोकने के 9 तरीके
अभी हाल ही में, हमने कई युवाओं में हृदयघात होने से जुड़ी खबरें सुनी है। 20 साल की आयु के किसी व्यक्ति में कई कारणों से सीने में दर्द हो सकता है। हालांकि यह दुर्लभ है, एक हृदयघात किसी व्यक्ति को उसके बीस वर्ष की आयु में भी हो सकता है। एक मशहूर रूसी ओलंपिक स्केटर, सेर्गे ग्रिनकोव की 1995 में 28 वर्षीय आयु में एक प्रदर्शन के लिए प्रैक्टिस करते समय हृदयघात होने से से मृत्यु हो गई। उन्हें लक्षण के रूप में केवल पीठ दर्द ही था, लेकिन शव परीक्षण में डॉक्टरों ने गंभीर रूप से अवरोधित कोरोनरी धमनियाँ पाई गई। डीएनए विश्लेषण के बाद, डॉक्टर ने समय से पहले हृदय रोग से जुड़ी एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी का निदान किया। हाल ही में, भारत में कई मशहूर हस्तियों को भी अपने युवा आयु में दिल का दौरा पड़ा।
एक अध्ययन के अनुसार, युवा वयस्कों में हृदयघात की दर धीरे-धीरे बढ़ रही है। जिन लोगों को 20 या 30 की उम्र में दिल का दौरा पड़ा है, उनमें जीवन-घातक हृदय संबंधी घटनाओं का खतरा अधिक होता है, और आपमें भी इसके उत्पन्न होने की संभावना उतनी ही संभावना है जितनी कि किसी अधिक उम्र के व्यक्ति में। इस अध्ययन में युवा और बड़े आयु समूह के बीच हृदय रोग के लिए पारंपरिक जोखिम कारकों की दर लगभग समान थी, जिसमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, सिगरेट पीने और हृदयघात का पारिवारिक इतिहास के जोखिम कारक शामिल है। युवा पीढ़ी में हृदयघात में वृद्धि के सटीक कारण को समझने के लिए ओर अधिक अध्ययनों की आवश्यकता है।
युवा पीढ़ी में दिल का दौरा पड़ने के जोखिम कारक क्या है?
युवा लोगों में हृदयघात के सटीक कारण अब तक अज्ञात है। लेकिन युवाओं में हृदयघात होने के संभावित जोखिम कारकों में प्रमुख निम्नलिखित हैं:
- मधुमेह
- मोटापा
- हृदय रोग का पारिवारिक इतिहास
- खाने-पीने की ख़राब आदतें
- अत्यधिक शराब का सेवन
- उच्च रक्तचाप
- धूम्रपान
- कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर
- अवैध पदार्थों का सेवन
- गतिहीन जीवनशैली और कम शारीरिक गतिविधि
दिल का दौरा पड़ने से कैसे बचाव करें?
हृदय रोग से बचाने की प्रामाणिक सलाह सभी आयु समूहों के व्यक्तियों में लागू होती है, जिसमें युवा भी शामिल हैं। अपने 20, 30, और 40 की उम्र में अपने हृदय के स्वास्थ्य का ध्यान रखना विभिन्न हृदय रोगों से बचाता है और आपकी लंबे समय तक मदद करता है।
निम्नलिखित कुछ तरीके हैं जिनका उपयोग युवा पीढ़ी दिल से बचाव के लिए किया जा सकता है:
- एक स्वस्थ भोजन की आदत शुरू करें:
अनौपचारिक खानपान की आदतें मोटापा, उच्च रक्तचाप, हृदय वाहिका रोग, और टाइप II मधुमेह जैसी पुरानी स्वास्थ्य स्थितियों के विकास में नकारात्मक भूमिका निभाती हैं। ये सभी हृदय-संबंधी बीमारियों के प्रमुख जोखिम कारक होते हैं। आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ आपके वजन, हार्मोन संतुलन, और अंगों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं, जिसमें आपके हृदय भी शामिल हैं। इसलिए, पोषण समृद्ध खाद्य पदार्थों पर स्विच करें जो फाइबर, खनिज, प्रोटीन, विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट, और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व से भरपूर हो, लेकिन कैलोरी और वसा तत्व कम हो। वे आपका वजन, रक्त कोलेस्ट्रॉल स्तर, और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। निम्नलिखित कुछ स्वस्थ आहार सलाह बताई हैं:
- स्वस्थ वसा पर स्विच करें: जब आप खाना बनाने के लिए तेल का उपयोग करते हैं, तो मोनोनसैचुरेटेड वसा वाले तेल का ही चुनाव करें, जिनमें जैतून का तेल, तिल का तेल, या कैनोला का तेल मुख्य हैं। एवोकाडो मोनोनसैचुरेटेड वसा के उच्च स्रोतों में से एक है। हानिकारक ट्रांस वसा के स्वस्थ विकल्प पॉलीअनसेचुरेटेड वसा और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं। पॉलीअनसेचुरेटेड वसा (PUFA) और ओमेगा-3 फैटी एसिड मेवे और बीजों में प्रचुर मात्रा में पाये हैं। ओमेगा-3 वसा मछली में भी काफी मात्रा में होता है। हानिकारक ट्रांस वसा के सेवन को सीमित करें, जो प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों और स्नैक्स जैसे कि क्रैकर्स या बेकरी पदार्थों में उपस्थित होते हैं।
- ताजे फल और सब्जियों का खूब सेवन करें: ताजे मौसमी फल और सब्जियों में फाइबर, विटामिन, और खनिज प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करते हैं।
- मांस को सही तरह से तैयार करें: पकाने से पहले मांस की बाहरी चर्बी या त्वचा को हटा दें। आप लाल मांस की बजाय लीन मांस का विकल्प भी चयन कर सकते हैं।
- कम वसा वाले डेयरी उत्पादों का चयन करें: उच्च वसा वाले डेयरी पदार्थों की तुलना में वसा रहित या कम वसा वाले दूध और दूध उत्पादों को शामिल करें।
- भरपूर मात्रा में प्रोटीन का सेवन करें: मछली, लीन मांस, बिना त्वचा के पोल्ट्री, अंडे, मेवे, बीज, और बीन्स जैसे प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- अनाज को अपने भोजन में शामिल करें: साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, दलिया, या जौ, फाइबर और जटिल कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर होते हैं। ये शरीर के वजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और आंत और ह्रदय के स्वास्थ्य में सुधार करने में सहायता करते हैं।
- मछली को शामिल करें: सैल्मन में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में उपस्थित होता है, जो वसा, विशेषकर ट्राइग्लिसराइड्स को कम करके एक अनियमित ह्रदय दर को रोकते हैं। ये आमतौर पर प्लाक के निर्माण को भी धीमा कर देते हैं जो धमनियों को अवरुद्ध करता है, जो दिल का दौरा पड़ने का प्रमुख कारण होता है।
- एक डाइट अपनाए: DASH (उच्च रक्तचाप रोकने के डाइट-संबंधी दृष्टिकोण) एक ऐसी डाइट है जो आपके रक्तचाप और रक्त में बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
आप मेडिटेरेनियन आहार का भी प्रयास कर सकते हैं, जिसमें ताजे फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, और मछली शामिल हैं, और लाल मांस और चीनी कम मात्रा में है। यह आहार ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा को कम करके ह्रदय स्वास्थ्य में सुधार करता है, जो सूजन का प्रमुख कारण है।
छोटे आहारीय परिवर्तन किसी भी आयु में हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं। अतः अपने ह्रदय की सेहत को बेहतर बनाने के लिए 20 की उम्र से भोजन के साथ स्वस्थ संबंध बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
- एक सक्रिय जीवनशैली के लिए लक्ष्य निर्धारित करें:
एक निष्क्रिय जीवनशैली हृदय रोगों के लिए मुख्य जोखिम कारकों में से एक है। कम शारीरिक स्वास्थ्य वाले लोग दिल के दौरे जैसी हृदय संबंधी घटनाओं की उच्च दर का अनुभव कर सकते हैं। सक्रिय जीवनशैली की तुलना में एक निष्क्रिय जीवनशैली से उच्च रक्तचाप होने का खतरा 35% अधिक होता है। सारा दिन बिस्तर पर आलस से पड़े रहना उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर, धूम्रपान और मोटापा जैसे अन्य कारकों के साथ-साथ हृदय रोग के जोखिम कारकों में भी योगदान होता है।
हमारी अन्य शारीरिक मांसपेशियों की तरह हमारे ह्रदय को भी स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम की आवश्यकता है। शारीरिक गतिविधियाँ हमारे ह्रदय को बेहतरीन दक्षता और न्यूनतम तनाव के साथ अधिक से अधिक खून पंप करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। यह धमनियों और अन्य रक्त वाहिकाओं को व्यवस्थित रखने, लगातार सही रक्त प्रवाह और सामान्य रक्तचाप बनाये रखने और हृदय के स्वास्थ्य को सुचारू बनाए रखने में भी मदद करता है। एक स्वस्थ ह्रदय प्रणाली आपके शरीर की विभिन्न कोशिकाओं को अधिक ऑक्सीजन प्रदान कर सकती है। व्यायाम भी रक्तचाप स्तर को कम करता है।
आप दौड़ना, साइकिल चलाना, नृत्य, और तैराकी जैसे व्यायाम को अपने दैनिक व्यायाम योजना में शामिल कर सकते हैं ताकि आपके हृदय का स्वास्थ्य बेहतर बना रहे। कार्डियो व्यायाम ह्रदय दर को बढ़ाते हैं, जिससे रक्तचाप, कोलेस्ट्रोल, और ट्राइग्लिसराइड के स्तर में सुधार होता है। हार्वर्ड के एक अध्ययन में यह बताया गया है कि वे लोग जो दौड़ते हैं, तैरते हैं, या अन्य कार्डियो व्यायाम करते हैं, उनमें हृदय रोग होने की संभावना उन लोगों की तुलना में 20% कम होती है जो कार्डियोवस्कुलर वर्कआउट नहीं करते हैं।
इसलिए, संभावित हृदय रोगों से बचने के लिए अपने 20s में शारीरिक गतिविधियों में भाग लें ताकि संभावित कार्डियोवैस्कुलर रोगों को रोक सकें।
- धूम्रपान से बचें:
विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, चार में से एक दिल के दौरे का कारण धूम्रपान होता है। धूम्रपान करने वाले लोगों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा धूम्रपान न करने वालों की तुलना में दो से तीन गुना अधिक होता है। कोरोनरी धमनी रोग कई हृदय रोग के बनने का कारण होता है, जिसे आमतौर पर धमनियों का सख्त होना भी कहा जाता है। क्योंकि धमनियाँ ह्रदय को रक्त पहुँचाती हैं, इसीलिए जो कारक इन मार्गों को संकीर्ण या बंद कर देता है, उसके परिणामस्वरूप रक्त की आपूर्ति रुक जाती है या सीमित हो जाती है, जो दिल के दौरे का कारण बनता है। एक अनुसंधान के अनुसार, सिगरेटों में उपस्थित निकोटीन कोरोनरी धमनियों की परत को क्षति पहुँचा सकता है, जिससे हृदय पर रक्त पंप करने के लिए अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे रक्तचाप बढ़ सकता है और विभिन्न बीमारियों को बढ़ा सकता है।
अपने पारिवारिक इतिहास के बारे में जानें और पहले ही बचाव उपाय करें:
कई ह्रदय रोगों की पीढ़ी दर पीढ़ी में होने की प्रवृत्ति होती है। जिसमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह, और मोटापा जैसे कारक शामिल होते हैं। यदि आपके परिवार में किसी सदस्य को, जैसे कि माता-पिता, भाई-बहन, या दादा-दादी, को हृदय संबंधी समस्याएँ हैं तो सावधान रहें। हृदय संबंधी स्थितियों से बचने के लिए अपने जीवनशैली विकल्पों या चिंताओं के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें।
आपके परिवार में ह्रदय संबंधित स्थितियों के इतिहास का ज्ञान रखें और यदि आप स्वस्थ भी हैं, तो समस्याओं की संभावना को पहले ही पहचानने के लिए एक डॉक्टर की मदद लें। अपनी स्वास्थ्य संबंधित चिंताओं के बारे में विस्तृत चर्चा करें, दवाओं के साथ ह्रदय स्थितियों को मैनेज करें, और अपने डॉक्टर द्वारा बताये दिशानिर्देशों का पालन करें। ध्यान, योग, और अन्य तनावमुक्त व्यायामों के माध्यम से अपने उच्च रक्तचाप और तनाव को नियंत्रित करें, और रात्रि में छह से आठ घंटे की अच्छी नींद को प्राथमिकता दें। 20 वर्ष की आयु के बाद, आपको ह्रदय रोगों की संभावना से बचने के लिए हर वर्ष एक जाँच के लिए डॉक्टर को दिखाना शुरू कर देना चाहिए।
- अपना रक्तचाप कम करें: हालांकि, युवा लोग जिनका रक्तचाप सामान्य से थोड़ा ऊपर रहता हो, उन्हें भविष्य में ह्रदय समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप कम से कम एक बार साल में अपना बीपी अवश्य मापें। यदि आपका रक्तचाप 120/80 से अधिक आता है, तो तुरंत किसी डॉक्टर से परामर्श करें।
- अपने रक्त कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करें: 20, 30, और 40 उम्र के बीच उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल स्तर ह्रदय रोगों के जोखिम बढ़ा देते हैं। जीवनशैली और आहार में परिवर्तन से उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर को सामान्य स्तर पर लाया जा सकते हैं। उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर दिल का दौरा पड़ने के खतरे को काफ़ी बढ़ा देते हैं। आप इसे उन खाद्य पदार्थों का सेवन करके नियंत्रित कर सकते हैं जो कोलेस्ट्रॉल और शर्करा में कम होते है और उच्च जटिल कार्बोहाइड्रेट और अच्छे वसा वाले हो। नियमित शारीरिक गतिविधियों से भी बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल में सुधार लाया जा सकता है।
- एक स्वस्थ वजन के लिए काम करें: आजकल, 20 से 39 वर्षीय वयस्कों में मोटापा काफी बढ़ रहा है। विभिन्न शोध के अनुसार अतिरिक्त शारीरिक वजन हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है और ह्रदय रोग के अन्य जोखिम कारकों, जैसे डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, और ट्राइग्लिसराइड्स, को ओर बिगाड़ सकता है। एक स्वस्थ आहार के साथ-साथ नियमित व्यायाम करना ह्रदय रोग को रोकने और कुछ जोखिम कारकों को उलट देने का सबसे अच्छा तरीका है।
- अपने तनाव को कम करें: एक व्यक्ति विभिन्न कारणों के कारण तनाव या चिंता महसूस कर सकता है, जिसके कारण उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, और अन्य शारीरिक दुष्प्रभाव उत्पन्न हो सकते हैं। विश्राम तकनीकों, लिख कर, ध्यान, मालिश, या योग का अभ्यास करके आप अपने तनाव को प्रबंधित कर सकते हैं।
निष्कर्ष
परिवार का इतिहास, जन्मजात ह्रदय असामान्यता, और ऊपर बताए जोखिम कारकों में से कुछ हृदय रोगों और दिल के दौरे के जोखिम कारक हो सकते हैं। हम पहले विभिन्न ह्रदय रोगों का पता करने, जीवनशैली में परिवर्तन और अन्य जोखिम कारकों का प्रबंधन कर दिल की समस्याओं से बच सकते हैं। आप खुद को हृदय-संबंधी समस्याओं से बचाने के लिए कुछ आदतें अपना सकते हैं, जिसमें धूम्रपान छोड़ना, नियमित व्यायाम करना, एक ह्रदय-स्वास्थ्यकर आहार सेवन करना, एक स्वस्थ वजन बनाए रखना, और अपना रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करना शामिल हैं।
जब आप तीस, चालीस और उसके बाद के दशकों में हृदय-स्वास्थ्यकर आदतें अपनाते हैं तो आपका ह्रदय निश्चित रूप से आपका आभारी होगा।
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