रक्त में ऑक्सीजन का स्तर: आइए इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
रक्त ऑक्सीजन स्तर (blood oxygen level) रक्त में बहने वाली ऑक्सीजन की मात्रा का एक संकेत है। यह लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) द्वारा फेफड़ों से शरीर के सभी अंगों तक जाने वाली ऑक्सीजन का एक मापक है। हमारे शरीर के अंगों को सही रूप से कार्य करने के लिए ऑक्सीजन की सही मात्रा की आवश्यकता होती है। आपके रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बहुत कम या बहुत अधिक होने पर इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। रक्त ऑक्सीजन के स्तर का कम होना तत्काल चिकित्सा आवश्यकता का चेतावनी संकेत हो सकता है। अच्छे स्वास्थ्य और अंगों को सही रूप से कार्य करने के लिए रक्त में सही ऑक्सीजन स्तर बनाए रखना अति महत्वपूर्ण है। हमारे रक्तचाप या रक्त शर्करा के स्तर के समान, रक्त में सही ऑक्सीजन स्तर अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में एक अहम भूमिका निभाता है।
रक्त ऑक्सीजन स्तर (Blood Oxygen Level)
हमारी रक्त कोशिकाएँ ऑक्सीजन को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले कर जाती हैं। प्रत्येक रक्त कोशिका ऑक्सीजन के चार अणुओं (molecules) को फेफड़ों से शरीर के विभिन्न अंगों तक ले जाने के योग्य होती हैं। पल्स ऑक्सीमीटर से हम रक्त ऑक्सीजन के स्तर का अनुमान लगा सकते हैं। इस नोन-इनवेसिव उपकरण को उंगलियों या कान के सिरे पर रखा जाता है, जहां वो केशिकाओं (capillaries) में इन्फ्रारेड किरणें भेजकर और केशिकाओं से परावर्तित प्रकाश को मापकर ऑक्सीजन स्तर का अनुमान लगाता है।
आइए रक्त ऑक्सीजन के विभिन्न स्तर और वे क्या संकेत देते हैं, के बारे में जाने:
रक्त ऑक्सीजन स्तर | संकेत |
95%- 100% | सही ऑक्सीजन स्तर |
91%- 94% | अपर्याप्त ऑक्सीजन स्तर |
Below 91% | कम रक्त ऑक्सीजन स्तर |
Below 85% | बहुत कम रक्त ऑक्सीजन स्तर (hypoxemia) |
Below 80% | गंभीर हाइपोक्सिमिया |
Below 67% | साइनोसिस |
सामान्य रक्त ऑक्सीजन स्तर - आपका रक्त ऑक्सीजन स्तर कितना होना सही माना जाता है? ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर 95% से 100% के बीच सामान्य माना जाता है। यदि ऑक्सीजन का स्तर इस सीमा से नीचे होता है, तो व्यक्ति को तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए।
अपर्याप्त ऑक्सीजन का स्तर - ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर 91% और 95% के बीच होना चिकित्सा समस्या का संकेत दे सकता है। अगर आपका ऑक्सीजन स्तर 95% से कम है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
निम्न रक्त ऑक्सीजन स्तर - 90% से नीचे ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर एक चिकित्सा आपातक़ालीन स्थिति का संकेत देता है और बहुत ही चिंता का विषय है। इस स्थिति को हाइपोक्सिमिया (hypoxemia) कहा जाता है। हाइपोक्सिमिया में व्यक्ति को तत्काल चिकित्सीय मदद की आवश्यकता होती है।
अति निम्न रक्त ऑक्सीजन स्तर - यदि ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर 85% से कम हो जाता है तो इस स्थिति को अति निम्न रक्त ऑक्सीजन स्तर कहते हैं । ऑक्सीजन की गंभीर कमी व्यक्ति के मस्तिष्क को प्रभावित करती है। व्यक्ति दृष्टि में परिवर्तन का अनुभव कर सकता है और बेहोश भी हो सकता है।
गंभीर हाइपोक्सिमिया - जब रक्त ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर 80% से कम हो जाता है, तो हमारे महत्वपूर्ण अंग जैसे मस्तिष्क, यकृत (लिवर) और शरीर के अन्य अंग प्रभावित होते हैं।
साइनोसिस (Cyanosis) - जब रक्त ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर 67% से कम हो जाता है तब व्यक्ति में सायनोसिस विकसित होता है। इस स्थिति में ऑक्सीजन की कमी के कारण त्वचा या श्लेष्मा झिल्ली (mucous membranes) पर नीलापन आ जाता है।
निम्न रक्त ऑक्सीजन स्तर के कारण
हमारे शरीर की उपयुक्त रक्त ऑक्सीजन स्तर बनाए रखने की क्षमता को कई कारक प्रभावित करते हैं। निम्न रक्त ऑक्सीजन स्तर होने के कुछ संभावित कारण निम्नलिखित हैं:
- फेफड़ों के विकार, जैसे ब्रोंकाइटिस, अस्थमा आदि
- दिल के रोग
- खून की कमी (Anaemia)
- उच्च ऊंचाई वाले स्थान, जहां ऑक्सीजन का स्तर बहुत कम हो जाता है
- स्लीप एपनिया (नींद से संबंधित श्वास विकार)
- दवाएं जो श्वास को रोकती हैं
- फेफड़े के ऊतकों में सूजन
रक्त ऑक्सीजन स्तर के कम होने पर महसूस होने वाले लक्षण
हाइपोक्सिमिया की स्थिति में व्यक्ति के रक्त में ऑक्सीजन स्तर असामान्य रूप से कम हो जाता है। रक्त में ऑक्सीजन का स्तर कितना कम है, इसके आधार पर, हाइपोक्सिमिया के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। व्यक्ति को रक्त में ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर कम होने पर निम्न लक्षण महसूस हो सकते है:
- सिर में दर्द
- दिल की धड़कन महसूस होना (Palpitation)
- सांस की तकलीफ और तेज सांस आना
- सांस लेने में कठिनाई या व्हीज़िंग (wheezing)
- खाँसी आना
- पसीना आना
- भटकाव महसूस होना
- उलझन होना
जब ऑक्सीजन का स्तर सामान्य से बहुत कम हो जाता है, तो यह सायनोसिस का संकेत देता है। रक्त में अपर्याप्त ऑक्सीजन के कारण व्यक्ति के होंठ और नाखूनों के आसपास की त्वचा नीले रंग की होने लगती है।
रक्त में ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर का पता कैसे लगायें?
सामान्यत रक्त में ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर 95% से 100% के बीच रहता है। हालाँकि, अधिकतर ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर के थोड़ा सा कम होने पर हमें कोई लक्षण महसूस नहीं होते हैं। इसीलिए रक्त में ऑक्सीजन के स्तर को बार-बार नापते रहना चाहिए ख़ासकर जब व्यक्ति को दिल या फेफड़ों की बीमारीं हो। ऑक्सीजन के स्तर की जांच करने के कई तरीके हैं। हम पल्स ऑक्सीमीटर (ओवर-द-काउंटर डिवाइस) का उपयोग करके अपने रक्त में ऑक्सीजन संतृप्ति स्तर की जांच कर सकते हैं। पल्स ऑक्सीमीटर घरों और अस्पतालों में उपयोग किए जाने वाले रक्त ऑक्सीजन स्तर की जांच करने का एक दर्द रहित और आसान तरीका है। अस्पतालों में उपयोग की जाने वाली अन्य विधियों में धमनी रक्त गैस परीक्षण (arterial blood gas test) और अन्य श्वास परीक्षण शामिल हैं।
रक्त में ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर को कम होने से कैसे रोकें?
अपने जीवनशैली और खान-पान की आदतों में बदलाव के साथ-साथ उचित चिकित्सकीय सलाह से हम अपने रक्त ऑक्सीजन के स्तर को सामान्य बनाए रख सकते हैं और उन्हें कम होने से रोक सकते हैं। डॉक्टर रक्त में ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित सलाह देते हैं:
- रोज़ाना स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करें
- योग और श्वास अभ्यास को अपने दैनिक व्यायाम में शामिल करें
- नियमित व्यायाम करें
- इनहेलर जैसी निवारक दवाएं हमेशा अपने पास रखें
- अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें, साँस में दिक़्क़त करने वाले ट्रिगर्स से बचें
- खुद को हाइड्रेटेड रखें
- धूम्रपान छोड़ें
निष्कर्ष
शरीर के महत्वपूर्ण अंगों के सही रूप से काम करते रहने के लिए रक्त में ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर सही रहना चाहिए। इसीलिए रक्त ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर का ध्यान रखना और स्तरों में गिरावट आने पर अपने डॉक्टर से परामर्श करना अति आवश्यक है। इसका जल्दी पता और तुरंत उचित उपचार स्वास्थ्य में जटिलताओं से बचने और अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने की कुंजी है। सही चिकित्सा सलाह प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञों के साथ अवश्य परामर्श करें।