बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन क्या है, यह किस बीमारी में सहायक है, और इसके क्या फायदे हैं?
बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन क्या है, यह किस बीमारी में सहायक है, और इसके क्या फायदे हैं?
बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन या बीएमटी या स्टेम सेल ट्रांसप्लांट एक जटिल मेडिकल प्रक्रिया है जिसमें क्षतिग्रस्त या नष्ट हुई स्टेम सेल को स्वस्थ बोन मैरो सेल से बदला जाता है। बोन मैरो या अस्थि मज्जा हड्डियों के बीच पाया जाने वाला एक पदार्थ होता है जिसमें स्टेम सेल होते है। बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन की आवश्यकता तब पड़ती है जब बोन मैरो ठीक तरह से काम करना बंद कर देता है या पर्याप्त मात्रा में स्वस्थ रक्त कोशिकाओं का उत्पादन नही कर पाता है। बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन में यह जरुरी है कि रोगी का बोन मैरो डोनर के बोन मैरो से मेल खाता हो। इसके साथ ही ह्यूमन ल्यूकोसाइट एंटीजन यानी एचएलए का मैच होना भी आवश्यक है।
बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन के प्रकार -
बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन दो प्रकार का होता है-
- ऑटोलोगस ट्रांसप्लांट -
बोन मैरो के ऑटोलोगस ट्रांसप्लांट में व्यक्ति के अपने शरीर से ही स्वस्थ बची मूल कोशिकाओं या बोन मैरो लेकर उनका ट्रांसप्लांट किया जाता है। इस तरह के ट्रांसप्लांट का प्रयोग ब्लड कैंसर को ठीक करने के लिए किया जाता है।
- एलोजेनिक ट्रांसप्लांट –
बोन मैरो के एलोजेनिक ट्रांसप्लांट में किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर से स्वस्थ मूल कोशिकाओं या बोन मैरो को लेकर जरुरतमंद व्यक्ति में ट्रांसप्लांट किया जाता है। एलोजेनिक ट्रांसप्लांट का प्रयोग थेलेसिमिया, एप्लास्टिक एनीमिया, हाई रिस्क एएमएल जैसी बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है।
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बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन से इन बीमारियों का इलाज किया जाता है-
- ल्यूकेमिया - ल्यूकेमिया एक तरह का कैंसर है जो खून और बोन मैरो में होता है। ल्यूकेमिया के इलाज के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन की मदद ली जाती है।
- लिंफोमा - लिंफोमा संक्रमण से लड़ने वाली कोशिकाओं का कैंसर होता है। लिंफोमा के लिए इलाज के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन की मदद ली जाती है।
- एक्यूट लिम्फोटिक ल्यूकेमिया - यह बच्चों में होने वाला सबसे सामान्य प्रकार का कैंसर है। यह हड्डी और बोन मैरो में होता है। इस कैंसर के लिए इलाज के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन की मदद ली जाती है।
- अप्लास्टिक एनीमिया - अप्लास्टिक एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें बोन मैरो पर्याप्त मात्रा में रक्त कोशिकाएं नही बना पाता है। इस बीमारी के इलाज के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन किया जाता है।
- प्राइमरी इम्यूनो डेफिशियेंसी, हेमोग्लोबिनोपेथीज़, मायलोडिसप्लास्टिक सिंड्रोम, पोयम्स सिंड्रोम और अमायलोडोसिस जैसी बीमारियों के लिए इलाज के लिए भी बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन की मदद ली जाती है।