कार्सिनोइड ट्यूमर: क्या है यह और कहाँ होता है?
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क्या आपने कभी कार्सिनोइड ट्यूमर के बारे में सुना है? यह एक ऐसा विषय है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। आइए मेदांता के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अरविंद कुमार से जानें इस विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी।
कार्सिनोइड ट्यूमर क्या है?
डॉ. कुमार के अनुसार, “कार्सिनोइड ट्यूमर हमारे फेफड़ों और श्वास की नली में होने वाला एक ट्यूमर है।” वे आगे समझाते हैं, “जैसा की आप जानते होंगे ट्यूमर शब्द हम इस्तेमाल करते हैं जब शरीर के किसी भी भाग में कोई नई वृद्धि यानी एब्नार्मल ग्रोथ हो जाती है।”
ट्यूमर के प्रकार
डॉ. कुमार बताते हैं कि ट्यूमर दो तरह के हो सकते हैं:
“एक बिनाइन जो वहीं पर बढ़ता है और आसपास या अन्य अंगों में फैलता नहीं है।”
“दूसरा मेलिग्नेंट या कैंसर जो वहां भी बढ़ता है और शरीर के दूसरे अंगों में भी फैल जाता है।”
कार्सिनोइड ट्यूमर कहाँ पाया जाता है?
डॉ. कुमार स्पष्ट करते हैं, “कार्सिनोइड फेफड़ों और सांस की नली और उसके हिस्सों में पाए जाने वाला एक बिनाइन किस्म का ट्यूमर है।” वे आगे कहते हैं, “जो जहाँ उत्पन्न होता है वहीं वृद्धि करता है और सामान्यतः अधिकांश मामलों में वो वहीं तक सीमित रहता है। दूसरे हिस्सों में वह प्राय: फैलता नहीं है।”
निष्कर्ष
कार्सिनोइड ट्यूमर एक विशिष्ट प्रकार का ट्यूमर है जो मुख्य रूप से फेफड़ों और श्वास नली में पाया जाता है। हालांकि यह अधिकांशतः बिनाइन होता है, फिर भी इसकी पहचान और समय पर उपचार महत्वपूर्ण है। अगर आपको किसी भी तरह के असामान्य लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श लें।
याद रखें, स्वास्थ्य के मामले में जागरूकता और सतर्कता बहुत महत्वपूर्ण है। अपने शरीर के संकेतों को समझें और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाते रहें।
अधिकांश पूछे जाने वाले प्रश्न
कार्सिनोइड ट्यूमर के सामान्य लक्षण क्या हैं?
कार्सिनोइड ट्यूमर के लक्षणों में खांसी, घरघराहट, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, कभी-कभी चेहरे और गर्दन का लाल होना शामिल हो सकते हैं।
कार्सिनोइड ट्यूमर कहाँ विकसित होता है?
कार्सिनोइड ट्यूमर आमतौर पर फेफड़ों और पाचन तंत्र (आंत, अपेंडिक्स, पेट) में विकसित होते हैं। यह शरीर के न्यूरोएंडोक्राइन कोशिकाओं से उत्पन्न होता है और हार्मोन का अनियंत्रित उत्पादन करता है, जिससे विभिन्न लक्षण और जटिलताएं हो सकती हैं।
कार्सिनोइड ट्यूमर का निदान कैसे किया जाता है?
शारीरिक जांच और प्रारंभिक लक्षणों का मूल्यांकन
ख़ून और मूत्र की जांच
इमेजिंग टेस्ट - सीटी स्कैन, एमआरआई और पीईटी स्कैन
ट्यूमर के ऊतक का परीक्षण (बायोप्सी)
कार्सिनोइड ट्यूमर का प्राथमिक उपचार क्या है?
कार्सिनॉइड ट्यूमर का उपचार उनके आकार, स्थान और प्रसार पर निर्भर करता है। कार्सिनोइड ट्यूमर का प्राथमिक उपचार सर्जरी है, जिसमें ट्यूमर को शल्य चिकित्सा द्वारा पूरी तरह से निकाला जाता है। यदि सर्जरी संभव नहीं है, तो सोमैटोस्टैटिन एनालॉग्स (ऑक्टेरोटाइड, लैनरोटाइड) जैसी दवाएँ हार्मोन से संबंधित लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। ट्यूमर के विकास को धीमा करने के लिए एडवांस मामलों में टारगेट थेरेपी और कीमोथेरेपी का उपयोग किया जाता है। कार्सिनॉइड ट्यूमर के मेटास्टेसिस के मामलों में रेडिएशन थेरेपी की सलाह दी जाती है।
This blog has been converted from the Youtube video- What is Carcinoid Tumour? | Dr. Arvind Kumar | Medanta