कोविड-19 और डेंगू: समानताएं और अंतर
कोरोनावायरस रोग (कोविड-19) एक संक्रामक रोग है जो किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या साँस छोड़ने से उत्पन्न हुई बूंदों के माध्यम से फैलता है। वही दूसरी तरफ़ डेंगू एक मच्छर जनित वायरल संक्रमण है। हालांकि, दोनों रोगों के शुरुआती लक्षण लगभग समान होते हैं। चूंकि दोनों रोग प्राण घातक हो सकते हैं, इसलिए इनमें समानताओं और अंतरों को समझना महत्वपूर्ण है।
डेंगू और कोविड दोनों में ही कम गंभीर लक्षण हो सकते हैं जो समय के साथ अपने आप कम हो जाते हैं और मरीज घर पर इलाज से ही ठीक हो सकते हैं। हालांकि, कोविड-19 और डेंगू दोनों बीमारियाँ गंभीर रूप भी ले सकती हैं जिसके कारण व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
दोनों बीमारियां किसी भी उम्र में हो सकती हैं। हृदय रोग, किडनी रोग या मधुमेह जैसी बीमारियों वाले रोगियों में कोविड-19 और डेंगू की जटिलताओं का खतरा अधिक होता है। इसीलिए अधिकतर डॉक्टर व्यक्ति को लक्षणों की शुरुआत में ही अस्पताल-आधारित देखभाल की सलाह देते हैं, क्योंकि जाँच के परिणाम आने से पहले दोनों रोग के लक्षण और गंभीर हो सकते हैं।
डेंगू के चेतावनी संकेतों में लगातार उल्टी, म्यूकोसल रक्तस्राव (mucosal bleeding), सांस लेने में कठिनाई, शारीरिक छिद्रों से खून बहना, सुस्ती, बेचैनी और पोस्चरल हाइपोटेंशन मुख्य हैं। वही दूसरी और कोविड-19 के चेतावनी संकेतों में सांस लेने में कठिनाई, लगातार सिरदर्द, भ्रम, जागने या जागते रहने में असमर्थता, ऑक्सीजन के सैचुरेशन स्तर में कमी, और 7 दिनों से अधिक लगातार तेज बुखार मुख्य हैं।
आइए कोविड-19 और डेंगू में समानताएं और अंतर को विस्तृत रूप से जानते हैं:
संक्रमण को फैलने के साधन
डेंगू इन चार वायरसों में से किसी एक के कारण होता है: डेंगू वायरस 1, 2, 3 और 4, और यह संक्रमित एडीज मच्छरों के काटने से लोगों में फैलता है।
वही दूसरी तरफ़, कोविड-19 एक साँस से संबंधित बीमारी है, जो सार्स-सीओवी-2 वायरस (SARS-CoV-2 virus) से होता है। यह वायरस मुख्यतः किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या साँस छोड़ने से उत्पन्न हुई बूंदों को आपकी आँखों, नाक, या मुँह के संपर्क में आने से फैलता है।
ऊष्मायन अवधि (Incubation Period)
डेंगू के लिए इनक्युबेशन अवधि 3-10 दिनों (आमतौर पर 5-7 दिन) के बीच होती है। कोविड-19 के संक्रमण की इनक्युबेशन अवधि संक्रमण के बाद लक्षणों की शुरुआत से 14 दिनों तक (एवरेज 4-5 दिनों) हो सकती है।
संकेत और लक्षण
हल्के (mild) संक्रमण से मध्य श्रेणी (moderate) के डेंगू में व्यक्ति निम्न लक्षण महसूस कर सकता है:
- बुखार
- सिरदर्द के साथ आँखों में दर्द
- जी मिचलाना
- उल्टी आना
- पर रेशेज
- लियूकोपेनिया
गंभीर डेंगू इन्फेक्शन में के लिए चेतावनी के संकेत: पेट में दर्द या असहजता, लगातार उल्टी, फ्लूइड एक्यूमोलेशन, म्यूकोसल रक्तस्राव, सुस्ती, बेचैनी, और यकृत वृद्धि (liver enlargement) मुख्य हैं।
कोविड-19 के हल्के (mild) से मध्य श्रेणी (moderate) के संक्रमण में व्यक्ति निम्न लक्षण महसूस कर सकता है:
- बुखार और ठंड लगना
- खाँसी
- सांस की तकलीफ या सांस लेने में कठिनाई
- थकान महसूस होना
- मांसपेशियों या शरीर में दर्द
- सिर दर्द
- खाद्य और पेय पदार्थो के स्वाद या किसी गंध का महसूस न होना
- गला खराब होना
- कंजेशन या बहती नाक
- मतली या उलटी आना
- दस्त
गंभीर परिस्थिति में:
गंभीर डेंगू में व्यक्ति डेंगू संक्रमण के साथ निम्न लक्षणों को महसूस कर सकता है:
- प्लाज्मा के लगातार रिसाव से व्यक्ति शॉक में जा सकता है
- रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस के साथ द्रव इकट्ठा होना
- थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के साथ गंभीर रक्तस्राव
- अंगों में गंभीर क्षति जैसे लिवर की बीमारी
- कार्डियक इंपेयरमेंट
गंभीर कोविड-19 की स्थिति में व्यक्ति निम्न लक्षणों को महसूस कर सकता है:
- डिस्नीया (dyspnea)
- हाइपोक्सिया
- सांस की विफलता
- झटका
- मल्टीऑर्गन सिस्टम डिसफंक्शन
कुछ रोगियों में लक्षण तेजी से बिगड़ने की संभावना ज़्यादा होती हैं, चिकित्सकों को इस संभावना के बारे में पता होना चाहिए।
गंभीर बीमारी होने के लिए जोखिम कारक
गंभीर डेंगू होने के जोखिम कारकों में कुछ निम्न हैं:
- आयु (शिशु)
- मधुमेह, अस्थमा, या हृदय रोग सहित क्रॉनिक बीमारियों वाले रोगी
- कोविड-19 के गंभीर स्थिति के जोखिम कारकों में मुख्य निम्न हैं:
- उम्र 65 वर्ष से अधिक
- कुछ क्रॉनिक बीमारियाँ जैसे हृदय रोग, मधुमेह, पुरानी सांस की बीमारी, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक की हिस्ट्री, लिवर रोग, मोटापा, फेफड़ों की पुरानी बीमारी, किडनी की पुरानी बीमारी वाले रोगी जो डायलिसिस करवा रहे हों।